आयुर्वेद में गिलोय को अमृत का दर्जा दिया जाता है। इसे गुडुची भी कहा गया है। इसके औषधीय गुणों के कारण ही आयुर्वेद में गुडुची को अमृत के समान महत्वपूर्ण माना गया है । भारत में डेंगू सहित विभिन्न रोगों के उपचार में गुडुची यानी गिलोय का का निरंतर प्रयोग होता रहा है । अब इसके औषधीय गुणों के कारण डब्ल्यूएचओ ने भी डायबिटीज की रोकथाम के लिए इसे महत्वपूर्ण माना है, साथ ही इसे कई बीमारियों को दूर करने में इसे कारगर बताया गया है। डायबिटीज एक जीवन शैली से जुड़ी हुई बीमारी है, इससे ग्रसित मरीजों को अपने लाइफस्टाइल का बेहद ख्याल रखना चाहिए। हर कार्य को एक फिक्स टाइम पर करना चाहिए। WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2030 तक दुनिया में ये बीमारी 7वीं सबसे घातक बीमारी बन जाएगी।
हिन्दी समाचार पत्र
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