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बुधवार, 6 मई 2020

पालघर का पाप


पालघर का पाप


भानु प्रताप सिंह


16 अप्रैल 2020 को महाराष्ट्र के पालघर में जूनागढ़ अखाड़े के दो साधुओं एवं एक टैक्सी ड्राइवर की जिस प्रकार कानून को जूते की नोक पर रखकर बेझिझक निर्मम हत्या की गई उसने हैवानियत की सारी सीमाएं रौंद डाली यह सभी हत्याएं कानून के रख वालों की मौजूदगी में बर्बरता गाटा नट वर्दीधारी जिम्मेदार हैं जिनके कंधों पर सामाजिक सौहार्द की जिम्मेदारी होती है वायरल वीडियो में हम श जोटें सभी ने देखा अंतिम सांस तक साधु हाथ जोड़ें लों से आने जीतन ग्था के लिा पार्थना करता रहा परंतु उन पुलिस वालों ने ना तो अपना फर्ज निभाया और ना ही एक सामाजिक व्यक्ति होने का धर्म ऐसा लगता है की यह सभी हत्याएं महाराष्ट पुलिस के सक्रिय सहयोग से हुई । सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को देखने से पता लगता है कि हत्यारों को न तो पुलिस का डर था और ना ही किसी कानून का संतो के हत्यारों को यह बात अच्छी तरह पता थी महाराष्ट्र के शासन की बागडोर हमारे ही लोगों के हाथों में है इसीलिए वे संतों पर लाठी-डंडे ईट पत्थरों से तब तक बिना किसी डर के वार करते रहे जब तक उनके प्राण ना निकले भीड़ को यह बात अच्छी तरह ज्ञात थी कि अब महाराष्ट्र में बालासाहेब अच्छा तरह ज्ञात था कि अब महाराष्ट्र' ठाकरे की शिवसेना नहीं उद्धव ठाकरे की शव सेना बची है ये उद्धव ठाकरे उनके ही आकाओ के द्वारा बनाया गया बेजान मख्यमंत्री है


जहां सगा भति स्वराज की स्थापना की थी जहां वे स्वयं साधु संतों की रक्षा एवं उनके हितों की देखभाल के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने के लिए भी तैयार रहते थे - जाती है और मराठा बेबस और बेजान केवल अपने स्वार्थ के चलते मोन रह जाता है इससे ज्यादा शर्म की बात कोई और नहीं हो सकती शर्म की सारी हदेंतो उस वक्त पार हो गई जब इस भूमि पर साधुओं की हत्या के षड्यंत्र को छुपाने के लिए चोरों की हत्या का सामान्य मामला बनाकर अपने पापों पर पर्दा डालने की कोशिश करते हुए संपूर्ण राष्ट्र कीआंखों में धूल झोंकने का कार्य किया गया परंतु सोशल मीडिया फर वायरल इस घटना के वीडियो के बाद सारा मामला साफहो गया और और महाराष्ट्र सरकार की सारी मंशा धरी की धरी रह गई तथा उनका असली चेहरा भी देश के सामने आ गया साधुओं की हत्या से देश के लोगों को बहुत गहरा आघात पहुंचा है एवं देशवासी अत्यंत विक्षुब्ध हैअतः विश्व हिंदू महासंघ मेरठ इकाई केंद्र सरकार से मांग करती है कि पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए एवं पुलिस सहित प्रत्येक दोषियों को सजा दिलाई जाए।


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